आपको बुरा लगा तो आई एम सॉरी लेकिन विधानसभा को हाईजैक नहीं कर सकतीं, पल्लवी पर भड़के स्पीकर

(एन.आई.टी. ब्यूरो) लखनऊ
अपना दल कमेरावादी की नेता और सिराथू से सपा विधायक पल्लवी पटेल को दूसरे दिन भी विधानसभा में बोलने का मौका नहीं मिल सका। पल्लवी पटेल जैसे ही बोलने के लिए खड़ी हुईं स्पीकर सतीश महाना ने उन्हें रोक दिया और नियमों के तहत पहले से आवेदन की बात कही।इसके बाद भी पल्लवी बोलने लगीं तो स्पीकर सतीश महाना भड़क गए।स्पीकर ने यहां तक कह दिया कि आप सदन को हाईजैक नहीं कर सकती हैं। अगर आप ऐसा कुछ करती हैं तो आपका मामला एथिक कमेटी को भेज दिया जाएगा। कहा कि आप पढ़ी लिखी हैं, विधानसभा के नियमों को पढ़िए। मेरी बातें आपको खराब लगी तो आई एम सॉरी लेकिन आपको बोलने का मौका नहीं मिल सकता है।

पल्लवी पटेल योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के विभाग प्राविधिक शिक्षा के तहत आने वाले पॉलिटेक्निक कॉलेजों में हुए प्रमोशन का मामला उठाना चाह रही थी। पल्लवी का आरोप है कि 250 से ज्यादा प्रवक्ताओं को 25-25 लाख रुपए लेकर एचओडी बना दिया गया है। जबकि एचओडी की नियुक्ति लोकसेवा आयोग से ही हो सकता है। पल्लवी ने आरोप लगाया कि प्रवक्ताओं को एचओडी बनाकर आरक्षण का भी मखौल उड़ाया गया है। इससे दलित, पिछड़े लोगों को नुकसान हुआ है।

सोमवार को इसी मामले को पल्लवी विधानसभा में उठाना चाहती थीं। लेकिन पहले से इसकी अनुमति नहीं होने के कारण स्पीकर ने उन्हें उठाने नहीं दिया। इससे आक्रोशित पल्लवी ने विधानसभा परिसर में ही चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे धरना शुरू कर दिया था। देर रात संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना पल्लवी के पास पहुंचे और धरना को खत्म कराया। पल्लवी ने तब दावा किया कि उन्हें कल विधानसभा में बोलने का मौका देने का आश्वासन मिला है।
၊मंगलवार की दोपहर करीब तीन बजे पल्लवी ने अपने मामले को उठाने की कोशिश की तो स्पीकर ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया। स्पीकर ने कहा कि नियम 56 के तहत पहले से इसका आवेदन आपको करना चाहिए था। आज नियम 56 के तहत नौ लोगों ने आवेदन किया था और केवल दो लोगों को ही बोलने का मौका मिल सका है। आपने कोई आवेदन नहीं किया है। इस पर पल्लवी ने प्रमुख सचिव और सुरेश खन्ना की ओर इशारा करते हुए कहा कि कल रात मुझे आश्वासन दिया गया था कि आज मुझे बोलने का मौका मिलेगा। इस पर स्पीकर ने साफ किया कि बाहर किसने क्या आश्वासन दिया, इससे कुछ नहीं होता है। सदन नियमों के तहत ही चलता है। नियम के तहत ही चलेगा।

इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना भी खड़े हुए और साफ किया कि कोई आश्वासन नहीं दिया गया था। जब हमें पता चला कि पल्लवी धरना दे रही हैं तो हमने प्रमुख सचिव को बुलाया और पूछा कि यहां क्यों बैठी हैं। फिर हम लोग पल्लवी के पास पहुंचे। उनसे कहा कि यहां बैठने से कोई फायदा नहीं मिलेगा। हमने कहा कि जो नियमों में आएगा उसके अनुसार बात सुनी जाएगी। जो कल रात कहा था आज यहां भी कह रहा हूं।इस पर पल्लवी ने कहा कि आपने मुझे आश्वासन दिया था कि आपको कल मौका मिलेगा। उसी के बाद हमने धरना खत्म किया था। पल्लवी इसके बाद भी बोलने की कोशिश करती रहीं तो स्पीकर ने फिर से टोका और कहा कि आप विधानसभा को हाईजैक नहीं कर सकतीं। अगर आप इस तरह से करेंगी तो एथिक कमेटी को आपका मामला भेज दूंगा। स्पीकर ने स्पष्ट किया कि जिस समय नियम 56 की सुनवाई शुरू की, मैंने कहा था कि आज नौ सूचनाएं आई हैं। उसमें से दो ही सुनी जाएंगी। लेकिन बिना नियम के कोई नहीं बोल सकेगा। इस पर पल्लवी ने कहा कि सुबह से केवल बोलने के लिए ही बैठी हूं। स्पीकर ने कहा कि कोई सुबह से शाम तक बैठा रहेगा तो उसे सुना जाएगा, यह जरूरी नहीं है। इसके साथ ही स्पीकर ने आदेश किया कि पल्लवी जो भी बोलती हैं लिखी नहीं जाएगी।

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