(एन.आई.टी. ब्यूरो), प्रयागराजप्रयागराज। गंगा और यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने से अब शवों के अंतिम संस्कार करने में भी परेशानी होने लगी है। श्मशान घाट के जलमग्न होने से सड़क पर लोग अंतिम संस्कार करने को विवश हैं। यह हाल शहर के रसूलाबाद घाट और दारागंज का है गंगा-यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गंगा का पानी बढ़ने से दारागंज और रसूलाबाद श्मशान घाट पानी में समा गया है। श्मशान घाट पर पानी भर जाने से सड़काें के किनारे शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। रसूलाबाद श्मशान घाट जाने वाले रास्ते पर पानी भर जाने से कुछ लोग पानी के रास्ते अंतिम संस्कार करने घाट पर पहुंच रहे हैं। दारागंज श्मशान घाट प्रयागराज का प्रमुख घाट है, जहां न सिर्फ शहर बल्कि मध्य प्रदेश, मीरजापुर, कौशांबी व प्रतापगढ़ से भी लोग शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं। हालांकि अब घाट तक पहुंचने का रास्ता पानी में डूब गया है। घाट परिसर में चारों तरफ पानी भरने के कारण शवों का अंतिम संस्कार संभव नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में मजबूर होकर परिजन श्मशान घाट जाने वाली सड़क पर ही लकड़ियां रखकर अंतिम क्रिया कर रहे हैं। मध्य प्रदेश से आए रमाकांत,मैकू और त्रिलोकीनाथ बताते हैं कि वह अपने रिश्तेदार का शव लेकर आए थे, लेकिन घाट पानी में डूबा मिला। मजबूरी में उन्हें श्मशान घाट जाने वाली सड़क पर ही चिता सजानी पड़ी। स्थानीय निवासी रंजीत और श्याम बहादुर ने बताया कि प्रशासन से कोई खास मदद नहीं मिल रही, लोग खुद ही अपने इंतजाम से अंतिम संस्कार कर रहे हैं। रसूलाबाद में कई लोग शवों को लेकर लोग नाव के सहारे घाट की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन घाट तक पहुंचना ही मुश्किल हो गया है।
सड़कों पर हो रहा शवों का अंतिम संस्कार, गंगा के बाढ़ से जलमग्न हुआ श्मशान घाट
