(एन.आई.टी. ब्यूरो), गोरखपुर
गोरखपुर। बाल विकास विभाग सेवा एवं पुष्टाहार विभाग गोरखपुर के द्वारा एनेक्सी भवन के सभागार में मंडल स्तरीय फेस ऑथेंटिकेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य विकास अधिकारी संजय मीना, जिला विकास अधिकारी राजमणि वर्मा एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी गोरखपुर डॉ अभिनव मिश्रा द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने दो शिशुओं का अन्नप्राशन और दो महिलाओं की गोदभराई भी की। साथ ही उन्होंने इस प्रशिक्षण की महत्ता पर प्रकाश डाला।केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि पोषण ट्रैकर पर पंजीकृत बच्चों और महिलाओं का सत्यापन करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन और ओटीपी मॉड्यूल हर जनपद में लागू किया जाए। भारत सरकार द्वारा एन०ई ०जी ०डी के सहयोग से सभी जिलों में प्रशिक्षण कराए जाने के निर्देश दिए गए है। इसी क्रम मे एन. ई. जी. डी के अधिकारी विवेक कुमार ने मंडल के सभी बाल विकास परियोजना अधिकारी , मुख्य सेविका एवं जिला समन्वयक को फेस ऑथेंटिकेशन के विभिन्न चरणों को विस्तार से समझाया। जिला कार्यक्रम अधिकारी गोरखपुर डॉ अभिनव मिश्रा ने बताया कि शीघ्र ही इन मास्टर ट्रेनर के माध्यम से पूरे जनपद की आगनवाड़ी कार्यकत्री को इस नए ऐप का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा जिससे लाभार्थियों का सत्यापन आसानी से होगा एवं पोषाहार वितरण में पारदर्शिता बढ़ेगी। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य रूप से गोरखपुर मंडल के सभी जनपद के जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविकाएं, जिला समन्वयक तथा, ब्लॉक समन्वयक आदि उपस्थित रहे।
मंडल स्तरीय फेस ऑथेंटिकेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
