केजरीवाल सरकार पर रवि किशन का हमला – “झूठे वादों और घोटालों के अलावा कुछ नहीं दिया”
(एन.आई.टी. ब्यूरो), गोरखपुर
गोरखपुर लोकसभा सांसद और प्रसिद्ध अभिनेता रवि किशन शुक्ला ने दिल्ली में कई ताबड़तोड़ रैलियां कर आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता अब केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार से पूरी तरह वाकिफ हो चुकी है और इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचंड बहुमत देकर सरकार बनाएगी।
रवि किशन का बड़ा बयान, AAP पर जमकर हमला

दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान रवि किशन ने कहा कि केजरीवाल सरकार ने जनता को केवल झूठे वादों और घोटालों के अलावा कुछ नहीं दिया। शराब नीति घोटाले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने के बाद भ्रष्टाचार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर दिल्ली को एक पारदर्शी और विकासोन्मुख सरकार चाहिए तो भाजपा को वोट देना ही एकमात्र रास्ता है।
भाजपा सरकार के विकास कार्यों का दिया उदाहरण
रवि किशन ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा की सरकार बनने के बाद दिल्ली को नया नेतृत्व मिलेगा, जो वास्तविक विकास और सुशासन सुनिश्चित करेगा।
कार्यकर्ताओं में जोश, जनता में भाजपा के प्रति उत्साह
रवि किशन की इन रैलियों से भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। स्थानीय नेताओं ने भी उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनकी लोकप्रियता और प्रभावशाली भाषण शैली से भाजपा को भारी लाभ मिलेगा।
वहीं, आम जनता ने भी केजरीवाल सरकार के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर की और भाजपा के पक्ष में माहौल बनने के संकेत दिए।

भाजपा का नारा – ‘दिल्ली में बदलाव जरूरी’
भाजपा का मुख्य नारा इस बार ‘दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है, भाजपा को लाना है’ रहा। रवि किशन ने भी इसे दोहराते हुए जनता से अपील की कि वे भ्रष्टाचार और झूठ की राजनीति को नकारते हुए भाजपा को जिताएं।
रवि किशन की इन ताबड़तोड़ रैलियों के बाद दिल्ली की सियासत में हलचल तेज हो गई है। भाजपा अपने चुनावी अभियान को और धार देने के लिए रणनीति बना रही है, जिससे आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
