बलरामपुर अस्पताल प्रशासन करा रहा जांच-शिकायतकर्ता, आरोपी सुपरवाइजर व कंपनी से दस्तावेज मांगे

(एन.आई.टी. ब्यूरो) लखनऊ

लखनऊ, बलरामपुर अस्पताल में आउटसोर्सिंग कर्मचारी से घूसखोरी के मामले की जांच शुरू हो गई है। वार्ड ब्वॉय का काम कर रहे कर्मचारी को सुरक्षाकर्मी बनाने की धमकी देकर 40 हजार रुपये वसूली की शिकायत हुई थी। इस मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने शिकायतकर्ता, आरोपी व आउंटसोर्सिंग कंपनी से जरूरी दस्तावेज तलब किए हैं। इसके लिए दो दिन की मोहलत दी गई है।
बलरामपुर अस्पताल में 756 बेड हैं। ज्यादातर बेड हमेशा भरे रहते हैं। प्रतिदिन पांच से सात हजार मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए बड़ी संख्या में आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मचारी भी अस्पताल में तैनात हैं। लेकिन इन कर्मचारियों को वसूली के लिए परेशान करने के गंभीर आरोप लगे हैं। कई वर्षों से वार्ड ब्वॉय का काम कर रहे आउटसोर्स कर्मचारी का आरोप है कि सुपर वाइजर परेशान कर रहे हैं। आरोप है कि कर्मचारी को वार्ड ब्वॉय का काम लेकर सुरक्षा गार्ड बनाने की धमकी दी गई। ऐसा न करने के एवज में वार्ड ब्वॉय से 40 हजार रुपये वसूले। पीड़ित ने आरोपी से 40 हजार रुपये वापस दिलाने व कठोर कार्रवाई की फरियाद की है।
अस्पताल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है। तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। मामले की जांच कराई जा रही है। इस संबंध में शिकायतकर्ता, आरोपी व आउटसोर्सिंग कंपनी के अधिकारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। कंपनी से शिकायतकर्ता की तैनाती किस पद पर हुई? इससे संबंधी दस्तावेज मांगे हैं। वहीं शिकायतकर्ता ने कमेटी को शपथ पत्र पर अपना बयान दर्ज कराया है। जांच कमेटी ने आरोपी से हाजिरी समेत दूसरे रजिस्टर व दस्तावेज मांगे है। निदेशक डॉ. कविता आर्या का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल आरोपी सुपरवाइजर से काम नहीं लिया जा रहा है। जल्द ही जांच पूरी करने के निर्देश कमेटी को दिए गए हैं।

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