
(एन.आई.टी. ब्यूरो) लखनऊ : ये होती है वजह : छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ हो चुकी है। इसके साथ ही अब पूरे 4 दिनों तक घरों में पूजा और गीतों की धूम रहेगी। ठेकुआ की महक और छठी मईया के गीतों के साथ एक चीज जिस पर हर किसी का ध्यान जाता है, वो है महिलाओं का लगाया नाक से सिंदूर। छठ पूजा पर घाट पर इकट्ठा हुई महिलाएं नाक से सिंदूर लगाए दिखती हैं। जिसे देखने के बाद दिमाग में एक ही बात आती है कि ऐसा क्यों है। तो चलिए जानें आखिर महिलाएं क्यों नाक से सिंदूर लगाती है। नाक पर सिंदूर लगे होने को लेकर काफी सारी मान्यताएं प्रचलित है। शादी के वक्त अगर नाक पर सिंदूर गिर जाए तो कहते हैं उसकी सास प्यार करती है। वैसे सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और पति की लंबी आयु के लिए लगाते हैं। क्यों लगाते हैं छठ में नाक से सिंदूर छठ की पूजा में महिलाएं नाक की टिप से लेकर बालों में बीच मांग निकालकर पूरा सिंदूर भरकर सिर में लगाती है। नारंगी रंग के सिंदूर को इस तरह लगाने को लेकर मान्यता है कि सिंदूर ऐसा लगा होना चाहिए कि सबको दिखे। सिंदूर को नाक से लेकर सिर पर लंबी लाइन बनाकर लगाने से पति की उम्र लंबी होती है। वहीं नारंगी रंग का सिंदूर भगवान सूर्य की लालिमा का प्रतीक मानते हैं। जो हमेशा चमकता है। एक और मान्यता के अनुसार मांग का सिंदूर जितना ज्यादा लंबा लगा होगा पति की तरक्की भी उतनी ही ज्यादा होगी। इसीलिए महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और तरक्की की कामना के लिए नाक से लेकर मांग में लंबा सिंदूर भरती है।छठ पूजा का महत्व है खासछठ पूजा का खास महत्व है। संतान और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य भगवान की पूजा की जाती है।