(एन.आई.टी. ब्यूरो) लखनऊ
लखनऊ : 06 जून, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख के साथ शुक्रवार को लोक भवन, लखनऊ स्थित मीडिया सेन्टर में विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 (29 मई से 12 जून 2025) के संबंध में प्रेस वार्ता कर अभियान की रूपरेखा, प्रगति और उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह अभियान “एक देश, एक कृषि, एक टीम” के संकल्प के साथ प्रदेश के किसानों को नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों और उन्नत किस्मों की जानकारी देकर उनकी आय बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा। कृषि मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की पहल पर आयोजित इस अभियान में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 10,125 स्थानों पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों, कृषि विज्ञान केन्द्रों, कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों के साथ ही राज्य सरकार के कृषि, उद्यान, पशुपालन, सहकारिता, मत्स्य, रेशम एवं जलशक्ति विभाग के अधिकारियों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। इन स्थलों पर वैज्ञानिक-कृषक संवाद और प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे अब तक कुल 4,959 स्थलों पर 8,39,617 कृषक लाभान्वित हो चुके हैं, जिनमें 6,48,449 पुरुष एवं 1,91,168 महिलाएं शामिल हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि अभियान की प्रभावशीलता बढ़ाने हेतु 22 मई 2025 को विधानसभा सचिवालय में अन्तर्विभागीय बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उन्होंने स्वयं की। इस बैठक में गन्ना विकास, मत्स्य, पशुधन, सहकारिता, उद्यान मंत्री सहित उपकार और गोसेवा आयोग के अध्यक्ष, कृषि उत्पादन आयुक्त, मुख्य सचिव और अन्य विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक में कृषि से जुड़ी सभी योजनाओं और कार्यक्रमों को इस अभियान में समाहित करने का निर्णय लिया गया।
अभियान का शुभारंभ 29 मई 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन सचिवालय स्थित सभागार से किया। इस अवसर पर कृषि, जलशक्ति, पशुधन, सहकारिता, उद्यान मंत्रीगण सहित जनपदों के प्रगतिशील कृषक भी उपस्थित रहे। शुभारंभ कार्यक्रम के पश्चात कृषि मंत्री ने जहाँगीरपुर, गोसाईगंज, लखनऊ में कृषक संवाद कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें 456 किसान और 5 वैज्ञानिक सम्मिलित हुए। इसके बाद मंत्री ने 30 मई को बहराइच के नानपारा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र, 31 मई को देवरिया के बंजरिया गांव, 1 जून को मेरठ के दबथुआ गांव, 2 जून को हापुड़ के ग्राम पंचायत बनखण्डा, और 3 जून को कानपुर नगर के अरौल, बिल्हौर में आयोजनों में भाग लेकर कृषकों से संवाद किया। केंद्रीय कृषि मंत्री, राज्य कृषि मंत्री और अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने मेरठ के कार्यक्रम में भाग लेते हुए किसानों के खेतों का निरीक्षण भी किया। कृषि राज्य मंत्री द्वारा मेरठ, रामपुर, जौनपुर, वाराणसी सहित अन्य जनपदों में भी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। सहवर्ती विभागों के मंत्रीगण के भ्रमण कार्यक्रम भी निर्धारित कर दिए गए हैं। कृषि मंत्री ने बताया कि अब तक 550 वैज्ञानिकों एवं विषय वस्तु विशेषज्ञों द्वारा कृषकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है। खरीफ-2025 के अंतर्गत 4,58,000 निःशुल्क मिनीकिट वितरण की योजना बनाई गई है, जिसमें दलहन (उर्द, मूंग, अरहर) के 1,05,000, तिल के 1,00,000, मूंगफली के 6,000 एवं मिलेट्स (सांवा, कोदों, ज्वार, बाजरा, रागी) के 2,47,000 मिनीकिट शामिल हैं। अभियान के तहत किसानों को समय से खरीफ फसलों की बुवाई के लिए प्रेरित करने तथा वैज्ञानिक तरीके से खेती को बढ़ावा देने हेतु 5 जून 2025 को कृषि मंत्री द्वारा कुल 41067.12 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना हेतु 16290.00 लाख रुपए, फूड एवं न्यूट्रिशन सिक्योरिटी हेतु 10276.92 लाख रुपए तथा कृषोन्नति योजना के अंतर्गत 14500.20 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
अभियान की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु कृषि मंत्री ने जनपदों के सांसदों, विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्षों और अन्य जनप्रतिनिधियों को अर्द्धशासकीय पत्र भेजकर सहभागिता का आग्रह किया है। उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध किया कि वे इस महाअभियान को किसानों तक पहुँचाने में सक्रिय सहयोग करें, ताकि राज्य के कृषकों को समय पर जानकारी और प्रशिक्षण प्राप्त हो सके। कृषि मंत्री ने अंत में कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 के माध्यम से “लैब टू लैंड” की अवधारणा को मूर्तरूप देते हुए किसानों को उन्नतशील प्रौद्योगिकी से जोड़ने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में प्रदेश सरकार कटिबद्ध है।
